HANUMAN CHALISA - AN OVERVIEW

hanuman chalisa - An Overview

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व्याख्या — गोस्वामी श्री तुलसीदास जी की ‘कवितावली’ में ‘अमित जीवन फल’ का वर्णन इस प्रकार है –

Dear God, I bow to your Eternal knowledge that flows by way of all items. Grant me the clarity to differentiate

बल बुधि बिद्या देहु मोहिं हरहु कलेस बिकार ॥ ॥चौपाई॥ जय हनुमान ज्ञान गुन सागर ।

Placing the ring of Rama in your mouth, you jumped and flew above Ocean to Lanka; there is not any surprise in that.

In contrast to the initial Model, Hanoman while in the wayang has two young children. The main is named Trigangga who is in the shape of the white ape like himself. It is alleged that when he arrived property from burning Alengka, Hanoman had the graphic of Trijata's confront, Wibisana's daughter, who took treatment of Sita. About the ocean, Hanuman's semen fell and caused the seawater to boil.

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व्याख्या – संसार में रहकर मोक्ष (जन्म–मरण के बन्धन से मुक्ति) प्राप्त करना ही दुर्गम कार्य है, जो आपकी कृपा से सुलभ है।

हनुमत सेइ सर्ब सुख करई ॥३५॥ सङ्कट कटै मिटै सब पीरा ।

बिकट रूप धरि लङ्क जरावा ॥९॥ भीम रूप धरि असुर सँहारे ।

बुद्धिहीन तनु जानिकै सुमिरौं पवनकुमार।

जो सुमिरै हनुमत बलबीरा ॥३६॥ जय जय जय हनुमान गोसाईं ।

सत्संग के द्वारा ही ज्ञान, विवेक एवं शान्ति की प्राप्ति होती है। यहाँ श्री हनुमान जी सत्संग के प्रतीक हैं। अतः श्री हनुमान जी की आराधना से सब कुछ प्राप्त हो सकता है।

यहाँ हनुमान जी के स्वरूप की तुलना सागर से की गयी। सागर की दो विशेषताएँ हैं – एक तो सागर से भण्डार का तात्पर्य है और दूसरा सभी वस्तुओं की उसमें परिसमाप्ति होती है। श्री हनुमन्तलाल जी भी ज्ञान के भण्डार हैं और इनमें समस्त गुण समाहित हैं। किसी विशिष्ट व्यक्ति का ही जय–जयकार किया जाता है। श्री हनुमान जी ज्ञानियों में अग्रगण्य, सकल गुणों के निधान तथा तीनों लोकों को प्रकाशित करने वाले हैं, अतः यहाँ उनका जय–जयकार किया गया है।

He will be a Portion of humanity without end, while the story of Rama lives on along with the story will go on as being the gods recite the story usually. Therefore, He'll Stay for good.[fifty five]

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